मास्टर- स्कूल का काम तो पूरा कर लिया है?

(मोहन ‘हाँ’ में सिर हिलाता है।)


मोहन- जी, सब काम पूरा कर लिया है।


इस स्थिति में नाटक का अंत क्या होता? लिखो।


अगर मोहन, मास्टर जी से ये कहता कि उसने स्कूल का सारा काम कर लिया है तो नाटक का अंत कुछ और ही होता। मास्टर जी समझ जाते कि मोहन नाटक नहीं कर रहा है। उसके पेट में सच में दर्द हो रहा है। साथ ही मास्टर जी उसे दो—चार दिन की छुट्टी दे देते जिससे वो पूरी तरह से ठीक होकर स्कूल आ सके। साथ ही उसके माता—पिता भी उसका खूब ख्याल रखते।


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